जन्म कुंडली एक ऐसा छायाचित्र है जो एक ज्योतिषी किसी जातक के जन्म के समय आकाश में उपस्थित विभिन्न ग्रहों, नक्षत्रों और राशियों आदि की विशेष स्थिति के आधार पर बनाता है। इसमें जीवन के प्रत्येक पहलू को कुंडली के 12 भावों में विभक्त किया गया है जिसके आधार पर कोई ज्योतिषी किसी व्यक्ति विशेष की कालगणना द्वारा भविष्यवाणी कर सकता है।आज के समय में जब प्रत्येक व्यक्ति किसी ना किसी समस्या से ग्रसित है तो उन समस्याओं के समाधान को जानने हेतु ज्योतिषी जन्म कुंडली के अध्ययन तथा स्वयं के ज्ञान द्वारा व्यक्ति की ग्रह जनित समस्याओं का आकलन करके उसका मार्गदर्शन कर सकता है।